नई दिल्ली , 3 जुलाई : उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि के नाम से मशहूर स्वयंभू संत भोले बाबा के नेतृत्व में आयोजित धार्मिक समागम में मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि धार्मिक उपदेशक ने इस त्रासदी के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है और घटना के बाद से उनका कोई पता नहीं चल पाया है।’मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ ने करीब दो दशक से अधिक समय पहले पुलिस की नौकरी छोडक़र आध्यात्म की ओर रुख किया था और अपने अनुयायियों की एक बड़ी तादाद खड़ी कर दी। अनुसूचित जाति (स्ष्ट) के सूरजपाल ने करीब दो दशक पहले पुलिस की नौकरी छोडक़र आध्यात्म की ओर रुख किया और ‘भोले बाबा’ बनने के बाद उनके भक्तों की संख्या बढऩे लगी। अब मामला दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहे हैं।
हाथरस हादसा : बाबा हादसे के बाद से हुए फरार, तलाशी अभियान जारी
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